Sunday, July 5, 2020

पक्ष फलादेश- श्रावण कृष्ण पक्ष (6 से 20 जुलाई)

आचार्य डा0 प्रदीप द्विवेदी
‘‘मानव सेवा रत्न से सम्मानित’’
(वरिष्ठ सम्पादक-इडेविन टाइम्स)
पक्ष के 3 सोमवार एवं सोमवारी अमावस्या से युक्त 15 दिनां का पूर्ण पक्ष अत्यन्त शुभ फलकारक है। 6 जुलाई से ही श्रावण मास का प्रारम्भ हो रहा है। चातुर्मास में किया जाने वाला, अक्षुण दाम्पत्य जीवन की कामना से अशून्य शयन का व्रत चन्द्रोदय व्यापिनी द्वितीया तिथि में पक्षारम्भ 6 जुलाई सोमवार को किया जायेगा। चन्द्रोदय रात 08ः05 बजे चन्द्रमा को अर्घ्य दिया जायेगा। संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी व्रत का मान 8 जुलाई बुधवार को होगा। चन्द्रोदय रात 09ः32 बजे चन्द्रमा को अर्घ्य दिया जायेगा। मध्यान्ह व्यापिनी सप्तमी तिथि में शीतलासप्तमी का मान 12 जुलाई रविवार को होगा एवं आज ही सप्तमी तिथि रविवार के योग में भानु सप्तमी का पर्व मनाया जायेगा। इसमें किये जाने वाला स्नान-दान सूर्य ग्रहण में किये जाने वाला स्नानदान के बराबर फलदायी माना जाता है। कामदा (कामिका) एकादशी व्रत का मान सबके लिये 16 जुलाई गुरूवार को होगा। पुत्र की कामना से शनि प्रदोष का व्रत 18 जुलाई को किया जायेगा। मास शिवरात्रि व्रत का मान भी 18 जुलाई शनिवार को होगा। स्नान दान एवं श्राद्ध सहित श्रावणी अमावस, हरियाली अमावस्या एवं सबसे बढ़कर सोमवती अमावस्या का मान 20 जुलाई सोमवार को है। ‘अश्वत्थ मूले.........’ विहित मंत्र का उच्चारण करते हुये सौभाग्यवती स्त्रियां पति सौख्य वृद्धि की कामना से पीपल वृक्ष की 108 परिक्रमा करेंगीं। माना जाता है कि आज के ही दिन भगवान विष्णु का निवास पीपल वृक्ष की जड़ में हो जाता है। इसी विश्वास के साथ इसको किया जाता है। पुनर्वसू नक्षत्र का सूर्य पक्षारम्भ 6 जुलाई सोमवार को दिन 08ः20 बजे से आयेगा। इसमें सर्वत्र बहुत अच्छी वर्षा के योग मिल रहे हैं। 16 जुलाई गुरूवार को कर्क राशि की सूर्य संक्रान्ति रात 09ः25 बजे से आयेगी और इसी के साथ सूर्य दक्षिण पथगामी (दक्षिणायन) हो जायेगे। इसमें भी सर्वत्र अच्छी वर्षा के योग बन रहे हैं। 10 से 20 जुलाई के बीच में सर्वत्र व्यापक वर्षा की संभावना है।

श्रावण शुक्ल पक्ष (21 जुलाई से 3 अगस्त) का पक्ष फलादेश अगले अंक में पढ़े........................

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